YOUM-E-ASHURA ki 2 Rakat Nafil namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
अस्सलामु अलैकुम! आप सबका खैर मक़दम है हमारी वेबसाइट पर, जहाँ आपको "YOUM-E-ASHURA ki 2 Rakat Nafil namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika" का मुकम्मल और सही तरीका मिलता है।
Nafl Namaaz, यौम-ए-आशूरा nawafhil कैसे पढ़ते हैं, इसके समय और रकात का तरीका, असर की Prayers , ईशा की नमाज़, फजर की सलात, शबे, फज्र की Salah , फजर, मगरिब की namaz और जौहर की Salat के step by step tarike आपको यहाँ आसन शबदों में समझ गए होंगे .
हर नमाज के बाद की दुआ, Solat में कोनों-कोनों से आयतें पढ़ी जाती हैं, नवाफिल Namaaz , फर्ज नमाज कैसे पढ़ जाती है, रुकू और सजदे में क्या पढ़ें, सब कुछ यहां तफसील से दिया गया है।
हिंदी और उर्दू के मिश्रण से लिखे गए इस कंटेंट से आपको Prayers पढ़ने के बाद क्या करना चाहिए, यह भी पता चलेगा।
YOUM-E-ASHURA ki 2 Rakat Nafil namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
YOUM-E-ASHURA Ki Namaz Ka Time
- यौम-ए-आशूरा की नफ़िल नमाज़ 10 मुहर्रम को किसी भी समय पढ़ी जा सकती है, मगर फ़जर, मगरिब और इशा के बाद अफ़ज़ल है।
YOUM-E-ASHURA Namaz Mein Kitni Rakat Hoti Hai
- यौम-ए-आशूरा की नफ़िल नमाज़ 2 रकात या इससे ज्यादा भी पढ़ सकते हैं।
Namaz Ki Tayyari
- वुज़ू: नमाज़ से पहले वुज़ू करना ज़रूरी है।
- कपड़े: साफ और पाक कपड़े पहनें।
- जगा: साफ और पाक जगा चुनने नमाज के लिए।
YOUM-E-ASHURA Namaz Ki Niyat Ka Tarika
- नीयत ज़रूरी है। दिल में ये नियत करें: "मैं नियत करता हूँ 2 रकात नफ़िल नमाज़ यौम-ए-आशूरा की, अल्लाह के लिए, मुँह करके क़िबला शरीफ़ की तरफ़।"
पहली रकात - Pehli Rakat
- तकबीर-ए-तहरीमा: दोनों हाथ कानून तक उठाकर "अल्लाहु अकबर" कहकर हाथ बांध लें।
- सना: "सुभानकल्लाहुम्मा वा बिहम्दिका, वा तबारकस्मुका, वा ता'आला जद्दुका, वा ला इलाहा ग़यरुका।"
- क़िरात: सूरह अल-फ़ातिहा पढ़कर "आमीन" कहें, फिर कोई और सूरह, जैसे सूरह अल-इखलास 5 मर्तबा पढ़े "कुलहू वल्लाहु अहद अल्लाहु समद लम यलिद वलम यूलद वलम या कुल्ला हु कुफू वन अहद" ।
- रुकू: "अल्लाहु अकबर" कहकर रुकू में जाएं, और "सुभाना रब्बियाल अधीम" तीन मर्तबा पढ़ें।
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- क़ौमा: रुकू से उठकर "समी अल्लाहु लिमन हमीदा, रब्बाना लकल हम्द" कहें।
- सजदा: "अल्लाहु अकबर" कहकर सजदा में जाएं, और "सुभाना रब्बियाल अला" तीन मर्तबा पढ़ें।
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- जलसा: सजदे से उठकर बैठ जाएं, "अल्लाहु अकबर" कहकर।
- दूसरा सजदा: फिर से "अल्लाहु अकबर" कहकर दूसरा सजदा करें, और "सुभाना रब्बियाल अला" तीन मर्तबा पढ़ें।
दूसरी रकात - Dusri Rakat
- तकबीर: सजदे से उठकर "अल्लाहु अकबर" कहकर खड़े हो जाएं।
- क़िरात: सूरह अल-फ़ातिहा पढ़कर "आमीन" कहें, फिर कोई और सूरह, जैसे सूरह अल-इखलास 5 मर्तबा पढ़े "कुलहू वल्लाहु अहद अल्लाहु समद लम यलिद वलम यूलद वलम या कुल्ला हु कुफू वन अहद" ।
- रुकू: "अल्लाहु अकबर" कहकर रुकू में जाएं, और "सुभाना रब्बियाल अधीम" तीन मर्तबा पढ़ें।
- क़ौमा: रुकू से उठकर "समी अल्लाहु लिमन हमीदा, रब्बाना लकल हम्द" कहें।
- सजदा: "अल्लाहु अकबर" कहकर सजदा में जाएं, और "सुभाना रब्बियाल अला" तीन मर्तबा पढ़ें।
- जलसा: सजदे से उठकर बैठ जाएं, "अल्लाहु अकबर" कहकर।
- दूसरा सजदा: फिर से "अल्लाहु अकबर" कहकर दूसरा सजदा करें, और "सुभाना रब्बियाल अला" तीन मर्तबा पढ़ें।
तशह्हुद
- अत्तहियात: दूसरा सजदा के बाद बैठ कर "अत्तहियात, लिल्लाहि वा सलावतु वा तय्यिबत। अस्सलामु अलैका अय्युहन नबीयु वा रहमतुल्लाहि वा बरकातुहू। अस्सलामु अलैना वा अला इबादिल्लाहिस सालेहीन। अश्हादु अन ला इलाहा इल्लल्लाहु वा अश्हादु अन्ना मुहम्मदन अब्दुहु वा रसूलुहु।" पढ्हिन।
- सलात-ए-इब्राहिम: "अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदीन वा अला आली मुहम्मद, काम सल्लिता अला इब्राहिमा वा अला आली इब्राहिमा, इन्नाका हमीदुम मजीद। अल्लाहुम्मा बारीक अला मुहम्मदीन वा अला आली मुहम्मद, काम बरकता अला इब्राहिमा वा अला आली इब्राहिमा, इन्नाका हमीदुम मजीद ." पढ़ें.
- दुआ: "रब्बाना अतीना फ़िद-दुनिया हसनतन वा फ़िल आख़िरती हसनतन वा क़िना अज़ाब अन-नार." पढ़ें.
Salaam
- सलाम: पहली दहिनी तरफ़ से "अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह" कहकर, फिर बयानी तरफ़ से "अस्सलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह" केहकर नमाज़ ख़त्म करें। नमाज़ के बाद की दुआ
YOUM-E-ASHURA ke Namaz Ke Baad Ki Dua
- सुबहान अल्लाही वल हमदू लिल्लाहि वला इलाहा इल्ललाहु वल्लाहु अकबर।
- अस्तगफिरुल्लाह तीन मर्तबा पढ़ें।
- "अल्लाहुम्मा अन्तस सलाम व मिनकस सलाम, तबारकता या धल जलाली वल इकराम।" पढें.
- अपनी personal दुआएं मांगें और अल्लाह का शुक्र अदा करें।
YOUM-E-ASHURA ki 2 Rakat Nafil namaz Padhne Ka Sahi Sunni Tarika
आपकी Namaaz कैसे पढ़ी जाती है और पूरी नमाज़ कैसे पढ़ते हैं, इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब यहाँ मिलेंगे। हमारी कोशिश है कि आपको "यौम-ए-आशूरा की 2 रकात नफिल Salah पढ़ने का सही सुन्नी तरीका" आसानी से और सही तरीके से समझ में आए। मेरा नाम इरफान शेख है और मुझे ब्लॉगिंग का 5 साल का अनुभव है। मैं ऑनलाइन निःशुल्क सूचनात्मक और शैक्षिक विषय साझा करता हूँ। इस वेबसाइट का मकसद है कि आपको सही मालूमात फराह की जाए जो आपकी रूहानी जिंदगी को बेहतर बनाए। आप सभी को Prayers और इबादत की दुनिया में खुशामद!
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